सरदारशहर एक्सप्रेस। विजयदशमी के उपलक्ष में वीर अर्जुन और विश्वकर्मा बस्ती के संयुक्त विजयादशमी उत्सव और शस्त्र पूजन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जयपुर प्रान्त के सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख ने कहा कि नवरात्रि का यह पर्व हम सभी के लिए शक्ति की आराधना का अवसर है जब हम माँ दुर्गा की पूजा अर्चना करते है तो पाते है कि इन नव दुर्गाओं में हमारे आस पास और हमारे परिवार में रहने वाली मातृशक्ति का ही रूप है जो प्रथम स्वरूप शैलपुत्री में पुत्री या कन्या रूप से लेकर एक महिला अपने बाल रूप में पुत्री, पत्नी, माता से लेकर अपने जीवन के अनुभवों को प्राप्त कर अन्त में सिद्धि दात्री माँ के रूप में हमें दर्शन देती है।आज समाज में जितनी भी परेशानियां, बिखराव और नैराश्य का भाव है उसका समाधान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सभी के समक्ष प्रस्तुत किया है – कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्व जागरण, और नागरिक शिष्टाचार इन पांच संकल्पों के माध्यम से समाज में परिवर्तन सम्भव है। सभी स्वयंसेवक पंच प्रण के माध्यम से समाज परिवर्तन में भागीदार बने। कार्यक्रम का शुभारंभ पथ संचलन के साथ हुआ। वीर अर्जुन और विश्वकर्मा बस्ती के स्वयंसेवक अर्जुन क्लब शाखा से घोष के वादन के साथ कदम मिलाकर चलते हुए वीर अर्जुन और विश्वकर्मा बस्ती के मुख्य मार्गों से होते हुए अर्जुन क्लब मुक्तिधाम पहुंचे। जहाँ प्रभु श्रीराम का तिलक व शस्त्र पूजन किया गया। बौद्धिक के पश्चात कार्यक्रम का समारोप किया गया।नगर की सुभाष बस्ती, आदर्श बस्ती में और सौमित्र, शिवाजी व महाबली तीन बस्तीयों का संयुक्त पथ संचलन निकाला गया। सुभाष बस्ती का पथ संचलन बाबोसा मन्दिर से प्रारंभ होकर बालकनाथ जी बगीची के पास स्थित शाखा स्थल पर पहुंचा। आदर्श बस्ती का पथ संचलन आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय से प्रारंभ होकर बस्ती के मुख्य मार्गों से होते हुए पुनः आदर्श विद्या मंदिर पहुंचा। सौमित्र,महाबली व शिवाजी बस्ती का संयुक्त पथ संचलन गौशाला बास, चौधरी कुआं, वाल्मीकि बस्ती, सब्जी मंडी, शिव मार्केट, मित्तल महिला महाविद्यालय होते हुए मुक्तिधाम प्रांगण में पहुंचा। विभिन्न बस्तियों में आयोजित विजयादशमी उत्सवों में शारीरिक प्रदर्शन, शस्त्र पूजन व बौद्धिक कार्यक्रम रहा। सुभाष बस्ती में माननीय जिला संघचालक डॉ बनवारी लाल शर्मा, आदर्श बस्ती में सह जिला कार्यवाह रामकिशन प्रजापत, सौमित्र, शिवाजी व महाबली के संयुक्त कार्यक्रम में खण्ड बौद्धिक शिक्षण प्रमुख हरीश जांगिड़मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहें।बस्तियों में आयोजित इन कार्यक्रमों में पवन कुमार सैनी, मुकेश कुमार, रोहिताश सोनी, अमित जोशी, जितेंद्र कुमार, मुकेश सोनगरा, भवानी शर्मा, धर्मेन्द्र सींवर,अशोक कसेरा,भरत सैनी, पवन ओझा, सुरेश वर्मा, सुबोध सेठिया, सुरेन्द्र सैनी, संदीप कुमार, नवदीप पारीक, शिवदयाल पारीक, सुखाराम पारीक, छगनलाल सेवदा सहित सैंकड़ो स्वयंसेवक उपस्थित रहें।