
🙏 आज का हिन्दू पंचांग 🙏
🙏🏻 जय श्री बालाजी🙏🏻
🐍 जय श्री हरिराम बाबा की🐍
सरदारशहर एक्सप्रेस। मंगलवार के दिन सुबह स्नानादि के बाद हनुमान मंदिर जाएं और भगवान के सामने घी का दीपक जलाएं. साथ ही हनुमान जी को चोला चढ़ाएं, माला पहनाएं और लड्डुओं का भोग लगाएं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें. इस उपाय को करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं और राह में आने वाली सभी बाधाओं को शीघ्र ही दूर कर देते हैं.
🌤️ दिनांक – 09 जनवरी 2024
🌤️ दिन – मंगलवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शिशिर ॠतु
🌤️ मास – पौष ( गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार मार्गशीर्ष)
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – त्रयोदशी रात्रि 10:24 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
🌤️ नक्षत्र – ज्येष्ठा रात्रि 09:11 तक तत्पश्चात मूल
🌤️ योग – वृद्धि रात्रि 12:22 तक तत्पश्चात ध्रुव
🌄 अभजित मुहूर्त- दोपहर 12.16 से 12.58 तक
🌤️ राहुकाल – शाम 03:13 से शाम 04:31 तक
🌞 सूर्योदय-07:19
🌤️ सूर्यास्त- 18:12
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण- भौमप्रदोष व्रत,मासिक शिवरात्रि
💥 विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
👉🏻 11 जनवरी को नमक का करे यह प्रयोग घर से नकारात्मक प्रभाव चला जाएगा | इन पांच मंत्रो से हवन करे समृद्धि बढेगी
🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷
➡ *11 जनवरी 2024 गुरुवार को अमावस्या है ।*
🏡 *घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
🌷 *अमावस्या* 🌷
🙏🏻 *अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)*
🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷
🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*
🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*
🔥 *आहुति मंत्र* 🔥
🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*