
सरदारशहर एक्सप्रेस 13 मई 2023। राज्य सरकार की विशेष पहल पर चल रहे प्रशासन गाँवों के संग अभियान शिविर ग्रामीण परिवेश के लोगों के हित में बहुत ही उपयोगी साबित हो रहे हैं। राजस्व रिकॉर्ड से जुड़े उलझे हुए पुराने मामले सुलझने से लोगों के चेहरों पर राहत देखी जा सकती है।
ऎसी ही अपना हक मिलने की कहानी बताती हैं सरदारशहर के खेजड़ा दिखनादा की सरबती देवी। खेजड़ा दिखनादा में शनिवार को आयोजित महंगाई राहत कैम्प और प्रशासन गाँवों के संग अभियान शिविर में उपस्थित होकर सरबती देवी पत्नी श्योकरण जाट ने शिविर प्रभारी सरदारशहर एसडीएम बिजेंद्र सिंह से निवेदन किया कि उनके ससुर गंगाराम ने अपने जीवित रहते भूमि की वसीयत 7 मई 2013 को उनके तथा उनके पति के भाई मनीराम के नाम रजिस्टर्ड वसीयत करवाई थी। इसके बाद 21 जनवरी 2023 को ससुर गंगाराम की मृत्यु के उपरांत भानीपुरा तहसील में वसीयत के राजस्व रिकॉर्ड में अंकन के लिए प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन अभी तक वसीयत का इन्तकाल दर्ज नहीं हुआ। शिविर प्रभारी बिजेंद्र सिंह ने तुरंत भानीपुरा तहसीलदार से प्रकरण की रिपोर्ट प्राप्त की तो पाया कि वसीयत का प्रकरण तहसील कार्यालय में धारा 135 (2) के तहत दर्ज है।
इस पर एसडीएम ने तुरंत भानीपुरा तहसीलदार को कैम्प में ही प्रकरण का निस्तारण कर राजस्व रिकॉर्ड में वसीयत का इंतकाल दर्ज कर जमाबंदी की प्रतिलिपि सरबती देवी को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। भानीपुरा तहसीलदार, भू अभिलेख निरीक्षक बिल्यूबास रामपुरा व पटवारी हलका खेजड़ा दिखनादा ने कैम्प में ही मौत- बीराण पूछताछ के आधार पर प्रकरण 135 (2) का निस्तारण करवा वसीयत का इंतकाल दर्ज करवाया। शिविर प्रभारी ने कैम्प में ही जमाबंदी की प्रति सरबती देवी को प्रदान की। जमाबंदी की प्रति प्राप्त कर सरबती देवी ने प्रसन्न होकर शिविर प्रभारी तथा जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि प्रशासन गाँवों के संग अभियान मेरे परिवार के लिए बहुत ही सुविधाजनक साबित हुआ है। इसके लिए मैं राज्य सरकार व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बहुत बहुत आभार व्यक्त करती हूूं। इस प्रकार के जनहितैषी कैम्प समय-समय पर आयोजित किए जाने चाहिए जिससे आमजन के समय और धन की बचत के साथ उसे अपने निवास स्थान पर ही सुविधा मिल सके।