
सरदारशहर एक्सप्रेस। विद्यालय व महाविद्यालय में पढ़ाए जा रहे इतिहास के साथ साथ छात्रों को भारत के सांस्कृतिक इतिहास का अध्ययन भी करना चाहिए। यह विचार पूर्व वन पर्यावरण खनिज एवं देवस्थान विभाग मंत्री राजकुमार रिणवा ने विधानसभा सभा क्षेत्र के ग्राम आसपालसर में व्यक्त किए। वे यहां राजकीय माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में ग्रामीणों की ओर से सर्व समाज की प्रतिभाओं के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। रिणवा ने कहा कि छात्र-छात्राओं को जानना चाहिए कि वे उस महान संस्कृति की संतान हैं जिसमें राम-कृष्ण जैसी महान आत्माओं ने जन्म लिया है और जिन्हें हजारों वर्षों के पश्चात केवल स्मरण ही नहीं किया जाता बल्कि उनकी पूजा की जाती है।
रिणवा ने भारतीय संस्कृति के निरन्तर अध्ययन की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि सांइस का इतिहास तीन सौ वर्षों के करीब का है, जबकि पूर्णतया वैज्ञानिक, उन्नत और स्मृद्ध भारतीय संस्कृति का इतिहास लाखों वर्ष पुराना है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष प्रह्लादराय टाक ने रोजगारोन्मुखी शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षक छात्रों का अन्वेषण कर यह सुनिश्चित करें कि छात्र रूचि पूर्वक कौनसे विषय का अध्ययन करना चाहता है कार्यक्रम को पूर्व प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ की प्रतिनिधि के रूप में चांद कंवर राठौड़, चंद्राराम गूरी, पंचायत समिति प्रधान प्रतिनिधि मुधुसुदन राजपुरोहित, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष मुरलीधर सैनी, जिला शिक्षा अधिकारी गोविन्दसिंह राठौड़, पंचायत समिति सदस्य श्यामलाल शर्मा आदि ने संबोधित किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष श्रीराम प्रजापत की ओर से कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पारीक, पूर्व पालिकाध्यक्ष लीटू कल्पनाकांत इंद्रसिंह शेखावत, सरपंच मनीराम कांवळिया एवं प्रधानाचार्य बीरबल राम मेव आदि मंचस्थ रहे। शिक्षा की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं की ओर से देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।
कार्यक्रम में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त खेल, शिक्षा, चिकित्सा, पुलिस व आर्मी आदि राजकीय सेवाओं में कार्यरत प्रतिभाओं व हाल ही में आयोजित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित हुई एक सौ तीस प्रतिभाओं को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विकास रिणवा, पार्षद रामावतार जांगिड़, सुशील प्रजापत, सुनील प्रजापत, निरंजन धानका, सुरेन्द्र सिंह, कमलेश कुमार नाई, नीरज माटोलिया, जाकिर खोकर आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन,भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का मंचीय संचालन पूर्व बीडीसी सदस्य खीवांराम नायक ने किया।