सरदारशहर एक्सप्रेस। सोमवार को श्रावण पूर्णिमा के अवसर पे सरदारशहर के सैंकड़ों की संख्या में विप्र समाज ने श्रावणी उपकर्म का आयोजन जौहरी गंगौर घाट, ताल मैदान सरदारशहर पे किया। उसके बाद ऋषिपुजन का क्रार्यक्रम गंगा माता मंदिर में आचार्य जितेंद्र जी मिश्र एवम ऋषिकुल में आचार्य बालकिशन जी के सानिध्य में किया गया। 6 न्याति ब्राह्मण एवम स्वामी समाज आज एक मंच पे आए एवम श्रावणी उपकर्म को सफल बनाया। कार्यक्रम में वैदिक संचालन पंडित दिवाकर मिश्र एवम आचार्य बालकृष्ण जी ने किया। आज के कार्यक्रम की खास बात ये रही की गौड़ ब्राह्मण, पारीक ब्राह्मण, खांडल विप्र, गुर्जर गौड़, राजपुरोहित ब्राह्मण समाज, शक्दविपीय ब्राह्मण समाज, स्वामी समाज के यज्ञोपवीत धारी सभी व्यक्तियों ने भाग लिया। यज्ञोपवीत एक पवित्र संस्कार हैl
जन्म-जनमान्तरो में जाने-अनजाने में मेरे द्वारा हुए पाप कर्म, भूल, गलतियाँ, प्राणी मात्र के  प्रति ही नहीं अपितु पशु, पक्षी, जीव जन्तु, वनस्पति, प्रकृति, जल, थल, नभ को नुकसान पहुंचाने के मानसिक, वैचारिक, शारीरिक कर्म का प्रायश्चित करता हूँ।

श्रावणी महापर्व आपके जीवन को सकारात्मकता से प्रफुल्लित करें। आप दैहिक, मानसिक, वैचारिक, आध्यात्मिक, व्यवसायिक, आर्थिक उन्नति को प्राप्त कर आत्म संयमी बने। आज सभी यज्ञोपवितधारिय ने भगवान सूर्य के समक्ष तर्पण एवम प्रायश्चित किया। मिश्र परिवार की युवा टीम ने कमल जी पुजारी ( गौड़ समाज ), शोभाकान्त स्वामी ( ताल मैदान ट्रस्ट), शंभूदयाल पारीक ( पारीक मंडल ट्रस्ट), भंवर लाल जी गौसरिया ( खांडल विप्र समाज), दुन्नी चंद जी जोशी ( गुर्जर गौड़ समाज ), प्रेम रत्न जी भोजक ( शाकद्विपीय समाज), मधुसूदन जी राजपुरोहित ( राजपुरोहित समाज) के समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाया। सभी ने अपने पूर्वजों का तर्पण किया एवम सभी गलतियों का सूर्य नारायण के समक्ष तर्पण किया। सभी यज्ञोपवीत धारियों का जेसीबी से फूलो का स्वागत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य भूमिका सुनील मिश्र, सुमित मिश्र, दिवाकर मिश्र, मदन मिश्र, रवि मिश्र, आशीष मिश्र की रही। आज के कार्यक्रम में विप्र समाज एकजुट एवम पूर्णतः धार्मिक सात्विक रहा।